Big Basket के 2 करोड़ ग्राहको का डेटा चोरी हो गया। जब आप अपने दोस्तों से मोबाइल से बात करते है। तो वे आपकी आवाज सुन सकते है। किसी के लिए बीजेपी देश के लिए खतरा है तो किसी के लिए कांग्रेस। और वे इस डेटा को खरीदकर आपके निर्णय में हेरफेर कर रहे है। इन Social Media का इसतेमाल कर हमे एक भी रुपया खर्च नही करना पड़ता है। लेकिन इन सोशल नेटवर्किंग साइट्स के मालिक अरबो डॉलर खर्च करके डेटा सेंटर बनाए हुए है।
अगर हम सिर्फ फेसबुक की बात करे तो उनके पास 18 डेटा सेंटर है जिनकी कीमत 20 बिलियन डॉलर से ज्यादा है। ठीक इसी तरह हर सोशल मीडिया साइट को अरबों डॉलर खर्च करने पड़ते है। बस तभी एक नेटवर्किंग साइट चल पाती है तो आज की तारीख में जब लोग गुब्बारे में बंद हवा को बेचते है तो ये लोग इसे मुफ्त में क्यों दे रहे है? जो डेटा हम उपयोग करते है वे उससे पैसा बनाते है। और कुछ लोगो का मानना है कि भले ही वे हमारा डेटा ले भी ले हमारे पास ऐसा कोई रहस्य नहीं है भले ही आप ईमेल-आईडी, नाम ले ले हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।तो देखिए यह इतना आसान नहीं है। आज आपको सब कुछ विस्तार से जानने को मिलेगा।
Social Media Promotion Method
Social Media विज्ञापन आपके सामने कैसे प्रस्तुत किया जाता है बीएमडब्ल्यू का विज्ञापन केवल उसी व्यक्ति को क्यों जाता है जो इसे खरीद सकता है गरीब लोगो को क्यो नही ? और ये राजनीतिक दल इस डेटा से कैसे जुड़े है ? वे इस डेटा के पीछे क्यों है ? तो हम उन सभी चीजो पर चर्चा करेंगे। आज की तारीख में देखिए अगर मै आपसे कहूं कि सबसे महंगी चीज का नाम बताएं। तो इसका एक उत्तर होगा ध्यान। अगर आप किसी तरह लोगो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लेंगे तो आपके पास ढेर सारा पैसा आ जाएगा। भारत में ये सभी खेल है
लेकिन क्रिकेट को तवज्जो मिलती है। क्योंकि क्रिकेट सबसे ज्यादा देखा जाता है इसीलिए क्रिकेट में ज्यादा पैसा है क्रिकेट में भी सबसे ज्यादा ध्यान भारत-पाकिस्तान मैच का रहता है। इसलिए सभी मैचों में भारत-पाकिस्तान को सबसे ज्यादा पैसा मिलता है चाहे वह कोई फिल्म हो कोई उत्पाद हो किस अभिनेता को अधिक पैसा मिले सब कुछ वही तय करता है जिस पर सबसे अधिक ध्यान है। अगर आपके पास कोई ऐसा तरीका है जिससे आप लोगो का ध्यान अपनी ओर खींच सकते है तो आप भी अमीर बन सकते है। क्योंकि दुनिया भर मे बने उत्पाद चाहे अच्छे हो या बुरे कंपनी के मालिक उत्पाद को घर-घर जाकर नही दिखाते। लेकिन वे उत्पाद वहीं दिखाते है जहां लोगो का ध्यान जाता है। और इस तरह लोगो को उस उत्पाद के बारे में पता चलता है। अगर एक मेट्रो स्टेशन पर ज्यादा भीड़ है और दूसरे पर कम भीड़ है
तो वहां विज्ञापन दिखाने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे जहां लोग ज्यादा है। अब इस ध्यान आकर्षित करने के खेल के कई तरीके है। लेकिन जब से टेक्नोलॉजी अपग्रेड हुई है सोशल मीडिया आया है उन्होंने पूरे गेम को बहुत अपग्रेड कर दिया है। आज के समय में आप देख सकते है सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में यूट्यूब, ट्विटर, स्नैपचैट, लिंक्डइन, हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अरबों में कमाई करता है। फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग, अमेज़न के जेफ बेजोस, गूगल के लैरी पेज, टिकटॉक के झांग यिमिंग ये सभी अरबपति आज के समय में सबसे शक्तिशाली लोग है। तो मूल रूप से उन्होंने जो किया वह यह है कि अपने ऐप के माध्यम से मुफ्त सोशल नेटवर्किंग दी मुफ्त में मनोरंजन दिया और लोगों का डेटा इकट्ठा किया। और फिर उस डेटा से लोगो का ध्यान नियंत्रित किया 2023 में सोशल मीडिया का कुल बाज़ार 230 बिलियन का था। कई देशों की तो इतनी जीडीपी भी नही है।
Advertisement In Social Media
जब उपयोगकर्ता एक बार किसी वेबसाइट पर पहुंच जाते है तो यह वेबसाइट सीधे विज्ञापन दाताओं के पास जाती है लेकिन इन विज्ञापन दाताओं और वेबसाइटों के बीच Google Adsense, या Facebook Audience Network, या Microsoft Advertising या अमेज़न विज्ञापन। हर किसी का अपना तरीका है। लेकिन उनका काम वही है। वे एक तरह से बिचौलिए है। वेबसाइट और विज्ञापन दाता के बीच इनका काम वेबसाइट पर प्रासंगिक विज्ञापन डालना और उपयोग कर्ताओं को दिखाना है। अब ये सभी चीजें थर्ड पार्टी कुकीज़ के जरिए होती है।
अगर मैं जूतों की वेबसाइट पर जाता हूं और लगातार सर्च करता हूं तो अगली बार जब टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर जाऊंगा तो मुझे इससे जुड़ा विज्ञापन मिल सकता है। जूते इस प्रकार सभी वेबसाइटें तृतीय पक्ष कुकीज़ के माध्यम से जुड़ी हुई है। और डेटा चुरा लेते है। मान लीजिए आपने ओला या उबर पर प्रोफाइल बनाया और उनके सर्वर पर हमला कर हैकर्स ने आपका डेटा चुरा लिया। और इसे चुराने के बाद हैकर्स या तो डेटा बेच देते है या पहचान संबंधी धोखा धड़ी करते है। जैसे 2021 में हैकर्स ने 45 लाख ग्राहकों का डेटा चुरा लिया ये लोग यूजर अकाउंट बनाकर सालो से डेटा मेंटेन कर रहे थे। हैकर्स आए और सारा डेटा ले गए। इस तरह बिग बास्केट के 20 मिलियन ग्राहकों का डेटा चुरा लिया गया और डार्क वेब को बेच दिया गया।
और इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि आपकी ईमेल आईडी या कार्ड विवरण पर हमला किया गया हो। तो आप haveibeenpawned.com नामक वेबसाइट पर जांच कर सकते है। तो आप अपनी ईमेल आईडी पर जांच कर सकते है कि ईमेल आईडी से छेड़छाड़ हुई है या नही। और ये कोई छोटी बात नही है क्योंकि ये फ़िशिंग अटैक भी करते है और ये सब डेटा चुराने के बाद जो डेटा एकत्र किया गया है उसका उपयोग करके अपने व्यवहार और अगले कार्यों को नियंत्रित किया जा सकता है और इसमे दिन-ब-दिन सुधार हो रहा है। इस डेटा का उपयोग करते हुए आप किसे डेट कर रहे है आपके पास कौन सी नौकरी की पेशकश है आपके पास कौन सा बीमा है कौन भुगतान कर सकता है कौन भुगतान नहीं कर सकता कौन किस विज्ञापन पर क्लिक कर सकता है वे किस राजनीतिक दल का समर्थन करते है उनकी धार्मिक राय क्या है, वे कौन से वोट देंगे ये सब बातें पता चल सकती है
How Social Media Targat
Social Media गतिविधि, स्थान, History डेटा ,आपका व्यवहार, आप जो कंटेंट देख रहे है जो प्रोडक्ट आप सर्च कर रहे है इन सभी विवरणों से जाना जा सकता है। और उसी के अनुसार आपको Target विज्ञापन के जरिये किया जाता है और आपकी मनोवैज्ञानिक प्रोफाइल भी अपडेट हो जाती है पहले आपको यह पसंद था अब आपको यह पसंद है। और मैं बार-बार फेसबुक का सहारा ले रहा हू क्योंकि फेसबुक तो मशहूर है ही इसके अलावा जब भी मै बात करता हू तो सभी प्लेटफॉर्म के बारे में ही बात करता हू। सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म सोशल मीडिया अकाउंट बनाने से पहले जब आप शर्तों पर हा क्लिक करते है तो उसके बाद वे आपका डेटा लेने के लिए पात्र हो जाते है।
इसलिए नियम और शर्तें बहुत ही साबधान तरीके से बनाई जाती है। इसमे कई कानूनी शब्दो का प्रयोग किया गया है जिसे पढ़ने के लिए एक वकील की आवश्यकता होती है। यानी इसे एक सामान्य व्यक्ति के लिए पढ़ना बहुत मुश्किल है। उनके प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करना बहुत आसान है ताकि आप इससे जुड़े रहे। लेकिन नियम और शर्तें ऐसी है जिन्हें पढ़ने में व्यक्ति घंटों तक अटक जाता है। इसीलिए लोग बिना पढ़े हाँ पर क्लिक कर देते है। इन नियम व शर्तों को जानबूझकर 20,000 शब्द लंबा बनाया गया है ताकि आपको पढ़ने का मन ही न हो इसका मतलब है कि डेटा की इस लड़ाई में हर यूजर अकेला है यहां तक कि सरकार भी साथ नहीं दे रही है। आजकल आपने देखा होगा लोग पोस्ट करते है मै फेसबुक को अपना डेटा इस्तेमाल करने की परमिशन नहीं देता। इससे कुछ नहीं होगा क्योंकि आप पहले ही नियम और शर्तों में डेटा देने के लिए सहमत हो चुके है।
2013 में एक डॉक्यूमेंट्री आई थी नियम और शर्तें लागू हो सकते है। तुम्हे ये देखना चाहिये। उन्होंने दिखाया कि कैसे सोशल मीडिया कंपनियां आपका डेटा लीक करती है और उसका दुरुपयोग करती है। वे इसे कैसे बेचते है। खुद सोशल मीडिया कंपनियों में भी ध्यान देने को लेकर काफी प्रतिस्पर्धा है। जिस प्लेटफ़ॉर्म पर सबसे अधिक उपयोगकर्ता होंगे उस प्लेटफ़ॉर्म पर अधिक गतिविधि होगी और अधिक ध्यान और अधिक डेटा एकत्र किया जा सकेगा। यानी ज्यादा मुनाफा ताकि वे अधिक सटीक अनुमान लगा सकें कि उपयोगकर्ता का अगला कदम क्या होगा। इसलिए इन सभी सोशल मीडिया कंपनियों का एक ही मकसद है जिसके लिए ये दिन-रात मेहनत करती है कि कैसे भी करके आप अपने ऐप से चिपके रहें। अगर आप ध्यान से देखे तो हर सोशल मीडिया कंपनी सबसे अच्छे दिमाग सबसे अच्छे रणनीतिकार को काम पर रखती है और उन्हें बस आपको अपने ऐप से जोड़े रखने के लिए तैयार करती है। और वे अधिकांशतः सफल भी रहते है। पहले आप अपने दोस्तों के साथ बाहर जाते थे मौज-मस्ती करते थे अब वह समय आप मोबाइल को देते है।
Conclusion Of Topic
ऐसा कंटेंट जिससे सोशल मीडिया कंपनी का हित पूरा हो जाए कुछ साल पहले होता यह था कि आप जिस मित्र को अपनी प्रोफ़ाइल में जोड़ते थे या जिस क्रिएटर को आप फ़ॉलो करते थे या सब्सक्राइब करते थे आपको केवल उनका कंटेंट दिखाया जाता था। लेकिन आजकल भले ही आप किसी को भी फॉलो कर रहे हो लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आपको खुद ही कंटेंट रिकमेंड करेगा।
अगर आप अच्छा कंटेंट देखते है तो इससे आपकी ग्रोथ अच्छी होगी सोशल मीडिया कंपनी के लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है आपके लिए उनके ऐप पर बने रहना महत्वपूर्ण है। इसीलिए आपके डेटा का विश्लेषण करके आपके लिए उस तरह का कंटेंट परोसा जाता है जो आपको लंबे समय तक अटकाए रखता है। आप खूद को और अपनी फैमली की social media के जाल से बचाए रखे। अपने जरूरी कार्य के लिए अपने मोबाइल का इस्तेमाल करे। अपना किमती समय मोबाइल पर व्यर्थ न करे। आपको हमारे द्वारा जानकारी कैसी लगी आप हमे निचे Comment Box मे अपनी राय दे सकते है।